गुजरात की नौवहन प्रौद्योगिकी का वर्णन करती किताब ‘प्री मॉडर्न कच्छी नेविगेशन टेक्नीक्स एंड वायजेज’ [pre modren Kutchi Navigation Techniques and Voyages] का विमोचन 06 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया.
यह पुस्तक गुजराती पाण्डुलिपि ‘मलाम नी पोथिस’ [Malam Ni Pothis] के संग्रह का वर्णन और लिप्यांतरण है जिसमें गुजरात की आधुनिक-पूर्व नौवहन प्रौद्योगिकी का वर्णन है. इस पुस्तक में कच्छ के मलाम (नाविकों) द्वारा शुरू किए गए अभियानों का चित्रण है. मूल पोथी 17 से 19वीं शताब्दी के बीच की हैं.
इस पुस्तक का लिप्यांतरण और संपादन अशोक बी. राजशिरके ने किया है. यह राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली और इतिहास के अनुसंधान और अध्ययन के लिए एक प्रतिष्ठान- दर्शक इतिहास निधि का सम्मिलित प्रयास है.
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि देश की समुद्री क्षमता इसे एक वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में उभरने के लिए महत्वपूर्ण घटक है.