हिंदू धर्म में भगवान के जीवधारी बनकर इस धरती यानी पृथ्वी पर आने को अवतार लेना कहा जाता है. सनातनी हिंदुओं का विश्वास है कि जब धर्म क्षीण हो जाता है और अधर्म बढ़ता है तो भगवान पृथ्वी पर जीवधारी के रूप में प्रकट होकर धर्म की रक्षा करते हैं. भगवान के इन्हीं जीवधारी रूपों को सनातनी हिंदू ‘अवतार’ मानते हैं.
हिंदू मान्यताओं के अनुसार अब तक ऐसे 9 अवतार हो चुके हैं और 10वां कल्कि-अवतार होना बाकी है. इस मान्यता के अनुसार पिछले 9 अवतारों में मत्स्य, कच्छप, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, श्रीरामचंद्र, बलराम और बुद्ध हैं.