कैप्टिव पावर प्लांट Captive Power plant को हम सीधे साधे शब्दों में किसी व्यक्ति या कंपनी का घरेलू बिजलीघर कह सकते हैं. यानी इस तरह के बिजलीघर से उत्पन्न बिजली का इस्तेमाल वह फर्म अपने निजी इस्तेमाल के लिए ही करती है.
यानी कैप्टिव पावर प्लांट उस बिजलीघर को कहा जाता है जो कंपनी अपने खुद के इस्तेमाल के लिए लगाती है. जैसे अगर कोई कंपनी इस्पात कारखाना लगा रही है तो उसे उसके लिए बिजली की जरूरत होगी. कंपनी एक छोटा बिजलीघर लगाती है और उससे बनने वाली बिजली का इस्तेमाल अपने इस्पात कारखाने में करती है. कैप्टिव पावर प्लांट कारखाने की क्षमता 11600 मेगावाट से लेकर 20000 मेगावाट तक होती है.