ऊर्जा क्षेत्र में सुधार हेतु सुझाव देने के लिए वी. के. कृष्णामूर्ति की अध्यक्षता में गठित विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट ’सिनर्जी’ इन ’इनर्जी’ की संज्ञा दी गई थी. देश के ऊर्जा क्षेत्र में सुधारों के लिए डा वी कृष्णामूर्ति की अध्यक्षता में सलाहकारी समिति ‘सिनर्जी इन एनर्जी’ का गठन जनवरी 2005 में किया गया था.
समिति ने अपनी रपट जुलाई 2005 में तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मणिशंकर अय्यर को सौंपी. रपट में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों के मौजूदा ढांचे में नीतिगत बदलाव की सिफारिश की गई थी. इसके अलावा समिति ने सार्वजनिक कपंनियों के चरित्र में बदलाव किए बगैर राष्ट्रीय शेयरधारिता अवधारणा के कार्यान्वयन का सुझाव दिया गया था.
कृष्णामूर्ति वरिष्ठ नौकरशाह रहे. विशेषकर उद्योग जगत व विनिर्माण क्षेत्र पर उनकी खूब पकड़ थी. वे प्रधानमंत्री की विभिन्न सलाहकार समितियों के सदस्य रहे. उन्हें पदमश्री, पदमभूषण व पदम विभूषण से सम्मानित किया गया.