कंप्यूटर इस्तेमाल के दौरान यह शब्द कई बार आता है. दरअसल कूकी एक छोटी फाइल होती है जो हमारे कम्प्यूटर की हार्ड ड्राइव में सेव होती जाती है या सेव होने से पहले पूछा भी जाता है. कई बार होता है कि कोई वेबसाइट विशेष नहीं खुलती तो मैसेज आता है कि अपनी कूकीज सैटिंग चेंज करें. यह फाइल हमारी हार्ड डिस्क में सेव रहती है औ वेब ट्रैफिक का विश्लेषण करने तथा किसी विशेष वेबसाइट पर जाने में मदद करती है.
कूकी आमतौर पर उन वेब एप्लीकेशनों को संचालित करने मददगार होती है जो इंटरनेट पर हमारी प्राथमिकताओं, रुचि आदि पर निगाह रखते हैं. यानी कूकीज की मदद से वेबसाइट संचालक यह जान सकता है कि उनकी वेबसाइट पर कौन क्या देखता है, कितनी देर रहता है आदि.
हम कूकीज को स्वीकार या अस्वीकार करने का विकल्प चुन सकते हैं. ज्यादातर वेब ब्राउजर स्वत: कूकीज को स्वीकार करते हैं पर हम चाहें तो अपने ब्राउजर की सेटिंग में इसे अस्वीकार करते हुए संशोधन कर सकते हैं.