ओलंपिक 2012 यानी लंदन ओलंपिक के उद्धघाटन समारोह में भारतीय दल की अगुवाई कर रहे पहलवान सुशील कुमार के ‘साथ साथ’ चलकर चर्चा में आई अजनबी महिला या युवती यानी मधुरा नगेंद्र थी. हालांकि बाद में उसने अपने इस ‘गलत’ फैसले के लिए माफी मांग ली थी.
मधुरा की इस कदम के लिए विशेषकर सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई थी और यहां तक कि ओलंपिक दल के मुखिया ने इस पर आधिकारिक आपत्ति दर्ज की थी. लालशर्ट और नीली पेंट में सुशील कुमार के साथ चल रही मधुरा के फोटो खूब चले औश्र वह ‘वुमेन इन रेड’ यानी लाल कपड़ों वाली महिला के नाम से ‘मशहूर’ हो गई. दरअसल किसी को भी पता नहीं था यह युवती है कौन इसलिए उसे रहस्यमयी युवती या वो कौन थी कहा गया.
उन्होंने कहा कि ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में मार्चपास्ट के दौरान ध्वजवाहक सुशील कुमार के साथ चलना ‘एक गलत फ़ैसला’ था.
वैसे बेंगलूर के क्राइस्ट कालेज में पढ़ी मधुरा का कहना था कि वह उद्घाटन समारोह में एक कार्यक्रम में नृतकी यानी डांसर के रूप में शामिल थी. वह भरतनाटयम की प्रशिक्षित नृतकी है और ब्रिटेन में फिनांस पढी है.