डोमेन नेम या नाम का इस्तेमाल इंटरनेट पर एक तरह से आपका, हमारा, किसी का भी स्थायी पता है. जैसे कि अगर आपको इंटरनेट पर सांगोपांग डाट काम को खोजना है तो आपको सर्च बार या यूआरएल में सांगोपांग डाट काम लिखना होगा. यह सांगोपांग का डोमेन नाम है.
वैसे चूंकि इंटरनेट, इंटरनेट प्रोटोकाल आईपी एड्रेस पर चलता है इसलिए डोमेन नेम प्रणाली सर्वर डोमेन नेम को आईपी एड्रेस में बदलता है और हमारा चाहा गया पेज या वेबसाइट खुल जाती है.
डोमेन नेम का पंजीकरण या खरीददारी आनलाइन की जा सकती है. अनेक कंपनियां यह सेवा उपलब्ध कराती हैं जहां कुछ सौ रुपये के शुल्क में अपनी पंसद का डोमेन नाम खरीद सकते हैं, बशर्ते वह उपलब्ध हो. जैसे कि सांगोपांग डाट काम अगर आप सर्च करेंगे तो दुनिया में कहीं उपलब्ध नहीं होगा क्योंकि उसे हमने खरीद लिया है. हालांकि यह पंजीकरण सीमित अवधि के लिए होती है जिसका नवीकरण कराया जा सकता है.