किताब आतंक के साये में गरिमा संजय ने लिखी है. गरिमा संजय वृत्तचित्र निर्माता हैं. इस किताब का लोकार्पण 31 मार्च 2015 को उपराष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी ने किया.
“आतंक के साये में” में लेखक ने यह बताने का प्रयास किया है कि आज दुनिया के अनेक देश आतंक के साये में जी रहे हैं और आतंकवाद देश के विकास में सबसे बड़ा बाधक बन गया है.
इसमें उन्होंने कहा है कि आतंकवाद से सिर्फ एक व्यक्ति विशेष ही प्रभावित नहीं होता, बल्कि इससे पूरा जीवन चक्र तहस-नहस हो जाता है.
पुस्तक में कन्या भ्रूण ह्त्या और दहेज जैसी सामाजिक कुरीतियों पर भी प्रकाश डाला गया है. [pic curtsy]