जीबीयू-43 बम को अमेरिका का महाबम (mother of all bombs) कहा जाता है। यह सबसे बड़ा गैर परमाणु बम है। दुनिया में ऐसे गिने चुने बम ही बने हैं। जीपीएस निर्देशित यह बम जमीन पर गिरने से पहले फटता है और तबाही मचा देता है।
इसे एमओएबी या Massive Ordnance Air Blast Bomb (MOAB) कहा जाता है।
अमेरिका ने इसका पहली बार इस्तेमाल 13 अप्रैल 2017 को अफगानिस्तान के नंग्रहार प्रांत में इस्लामिक स्टेट, आइसिस के कथित अड्डों पर किया। अमेरिका का कहना था कि इन खोहों व गुफाओं में आईसिस के आतंकी छुपे थे।
इस बम का वजन लगभग दस टन या 9797 किलो है। बम को ढोने के लिए MC-130 विमान का इस्तेमाल किया गया।
इस बम का इराक लड़ाई से पहले मार्च 2003 में परीक्षण किया गया था।
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि इस बम से कितने लोग मारे गए। पश्चिमी मीडिया का दावा है कि कम से कम 100 लोग मारे गए जिनमें एक भी आम नागरिक नहीं है। वहीं आइसिस ने दावा किया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।