अक्षर पटेल भारत के उनके खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्हें आप आईपीएल की देन कह सकते हैं। बायें हाथ के इस स्पिनर ने गुजरात की तरफ से रणजी ट्राफी में अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने एसीसी एमर्जिंग टीम कप में बढ़िया खेल दिखाया लेकिन चयनकर्ताओं पर उनकी नजर तब गयी जब इस 21 वर्षीय क्रिकेटर ने आईपीएल2014 में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से 16 विकेट लिये और जरूरत पड़ने पर लप्पेबाजी करके उपयोगी रन जुटाये। इसके तुरंत बाद उन्हें बांग्लादेश दौरे के लिये वनडे टीम में चुन लिया गया। चयनकर्ताओं ने यह मानकर अश्विन के साथ पटेल को दूसरे स्पिनर के रूप में विश्व कप टीम में रखा कि यदि ये दोनों अपनी गेंदबाजी के अलावा निचले क्रम में 25 . 30 रन बना लेते हैं तो टीम को इसका काफी लाभ मिलेगा।
अक्षर को असल में बैकअप स्पिनर के रूप में चुना गया क्योंकि वह भी रविंद्र जडेजा की तरह बायें हाथ के स्पिनर हैं। टीम के चयन के समय जडेजा की फिटनेस को लेकर संदेह था और अक्षर ने जिस तरह से मौकों का अच्छा फायदा उठाया उससे चयनकर्ताओं को उनके नाम पर सहमति जताने के लिये ज्यादा माथापच्ची नहीं करनी पड़ी थी।
अक्षर की बड़ी खासियत है कि वह परिस्थितियां कैसी भी हों अपनी सटीक गेंदबाजी से रनों पर अंकुश लगाने में माहिर हैं। वह बल्लेबाज को बांधे रखते हैं और इस तरह से एक छोर से दबाव बनाकर दूसरे छोर के गेंदबाज को पर्याप्त मौके प्रदान करते हैं। अक्षर ने अब तक जो 13 वनडे खेले हैं उनमें उन्होंने 16 विकेट लिये हैं लेकिन उनका इकोनोमी रेट 4.41 है। हाल में त्रिकोणीय श्रृंखला के जिन तीन मैचों में उन्हें गेंदबाजी का मौका मिला उसमें उन्होंने केवल दो विकेट लिये लेकिन किसी भी मैच में अक्षर ने ज्यादा रन नहीं लुटाये। अपनी किफायती गेंदबाजी के कारण वह अंतिम एकादश में जगह बनाने के दावेदार बन जाते हैं।